लखीमपुर खीरी 14 अक्टूबर। शासन से निर्धारित सीएम डैशबोर्ड एवं विकास प्राथमिकता कार्यक्रमों की सोमवार को डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने कलेक्ट्रेट में समीक्षा बैठक ली, संबंधित को जरूरी दिशा निर्देश दिए। बैठक में *डीएम ने बेसिक शिक्षा, एनआरएलएम, समाज कल्याण, पर्यटन, उद्योग विभाग के कार्यों में अपेक्षित (संतोषजनक) प्रगति न होने पर नाराजगी प्रकट की संबंधित विभाग के जिम्मेदार अफसरो का स्पष्टीकरण तलब किया*।
बैठक में डीएम ने सीएम डैशबोर्ड के मानकों पर जिलों में चल रही सरकार की सभी योजनाओं, सभी विभागों के कामकाज की समीक्षा की।
डीएम ने कहा कि इस माह की सीएम डैशबोर्ड की रैंकिंग में 18 नंबर का सुधार करते हुए जिला 25 नंबर पर आया है। अधिकारी सीएम डैशबोर्ड पर अपने विभाग की रैंकिंग में सुधार करे। उसमें गंभीरता दिखाये। सख्त निर्देश देते हुए कहा कि अधिकारियों को टीम भावना के रूप में काम करना चाहिए और अपने जनपद की रैंकिंग में सुधार लाने का पूरा प्रयास करना चाहिए। डीएम ने अधीनस्थ अधिकारियों को सीएम डैश बोर्ड की रैंकिंग पर नजर रखने के निर्देश दिए। कहा कि रैंकिंग का खराब होना विभागीय अधिकारियों की लापरवाही परिचायक होगा। जिन विभागों की प्रगति निम्न श्रेणी में है, उसे उच्च श्रेणी में लाया जाए। सुधार ना दिखाने वाले अफसरो से स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश दिए।
सीडीओ अभिषेक कुमार ने कहा कि निरन्तर सीएम डैशबोर्ड की निगरानी करते रहे, अपनी विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन पर ध्यान दें, निर्धारित समयावधि में प्राप्त आवेदन पत्रों को निस्तारित करें, जो भी परियोजनाओं का निर्माण कार्य चल रहा है उसकी प्रगति में सुधार लाये। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जिन जिलों की प्रगति अच्छी है वहां के अपने समकक्ष अधिकारी से बात करें, उनसे सीख लेते हुये अपने यहां भी बेहतर परिणाम लाकर दिखायें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि आगामी सीएम डैशबोर्ड की बैठक में जिन विभागों की डी रैकिंग पायी जायेगी, उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
समीक्षा के दौरान डीएम ने पाया कि सात योजनाओं में गत माह से चालू माह में श्रेष्ठ प्रदर्शन कर उच्च ग्रेड प्राप्त किया है। वही पीएम आवास (ग्रामीण)/ सीएम आवास (ग्रामीण) की प्रगति में कमी आई है। बेसिक शिक्षा, एनआरएलएम, समाज कल्याण, उद्योग विभाग के कार्यों में अपेक्षित (संतोषजनक) प्रगति न होने पर डीएम ने नाराजगी प्रकट की।
*डीएम ने की रू. 50 लाख से अधिक लागत के निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा*
*धीमी प्रगति वाली परियोजनाओं की वर्किंग एजेंसी पर डीएम खफा, फटकारा*
*कामों की माइक्रोलेवल पर समीक्षा करे वर्किंग एजेंसी*
रू. 50 लाख से अधिक लागत की निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने प्रशासकीय विभागों व कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिया कि मुख्यमंत्री अनुश्रवण प्रणाली (सीएमआईएस डैश बोर्ड) का नियमित रूप से अवलोकन करते रहें तथा सभी कार्यदाई संस्थाएं अद्यतन प्रगति की सूचना अपडेट करना सुनिश्चित करें ताकि जनपद की रैंक प्रभावित न होने पायें।
डीएम ने निर्देश दिए कि अफसर अंतर्विभागीय समन्वय, तालमेल बनाते हुए समस्या का समाधान करे। मीटिंग में उन्ही समस्या को रखे जो उनके स्तर से हल नहीं हो रही है। जिन परियोजनाओं में 90 फ़ीसदी काम पूरा हो चुका और धनाभाव नहीं है। उन परियोजनाओं को इस माह के अंततक प्रत्येक दशा में संबंधित विभाग को हैंडओवर किया जाए। प्रशासकीय विभागो व कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित किया कि लीडरशिप अप्रोच रखकर नियमित फील्ड विजिट करें, इससे काम की प्रगति बढ़ेगी। अपने स्तर पर माइक्रो लेवल पर भी नियमित समीक्षा कर गुणवत्ता के साथ ससमय परियोजनाओं को पूर्ण कराए।
समीक्षा के दौरान डीएम ने पाया कि शतप्रतिशत धनराशि अवमुक्त होने के बाद 17 कार्यों में वर्किंग एजेंसी द्वारा कार्य पूर्ण न करने को गंभीरता से लिया। नाराजगी व्यक्त करते हुए कड़ी फटकार लगाई। आठ कार्यों में चार माह से अत्यंत धीमी प्रगति को लेकर गहरी नाराजगी जताई। 14 पूर्ण कार्यों में इन्वेंटरी भेजने के बावजूद संबंधित विभाग को हस्तगत न कराए पर कारण जाना। निर्देश दिए कि यथाशीघ्र कार्य को हस्तगत कराया जाए।
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