युवराज दत्त स्नातकोत्तर महाविद्यालय में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जन्म शताब्दी समारोह के उपलक्ष्य में आज महाविद्यालय में काव्य पाठ एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अटल जी के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। इसके उपरांत काव्य पाठ प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं ने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की कविताओं तथा उनके जीवन पर आधारित स्वरचित कविताओं का पाठ किया। छात्रों द्वारा अटल बिहारी वाजपेयी की प्रसिद्ध कविताओं कदम मिलाकर चलना होगा, गीत नया गाता हूँ, दूध में दरार पड़ गयी, मौत से ठन गयी, पन्द्रह अगस्त का दिन कहता आदि कविताओं का भावपूर्ण वाचन किया गया। काव्य पाठ प्रतियोगिता में पुष्कर शर्मा पहले, काशिफा दूसरे एवं गुलनाज तृतीय स्थान पर रहीं। हिन्दी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर धर्म नारायण ने 'ऊँचाई' कविता का पाठ किया। निबंध प्रतियोगिता में प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर क्रमशः श्रुति सिंह, रिया वर्मा एवं कृतिका तिवारी रहीं।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो० हेमंत पाल ने विजेताओं को प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिह्न प्रदान करते हुए कहा कि भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी एक कुशल वक्ता, सफल राजनेता, सहृदय कवि एवं महान व्यक्तित्व के स्वामी थे। हमें उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए।
कार्यक्रम में मंच संचालन दर्शन शास्त्र के प्रभारी प्रो० सुभाष चंद्रा ने किया। कार्यक्रम का संयोजन सांस्कृतिक प्रकोष्ठ की अध्यक्षा प्रो० नीलम त्रिवेदी ने किया। प्रो० ज्योति पंत, प्रो० एस.के. पाण्डेय, दीपक कुमार बाजपेई, सौरभ वर्मा एवं मानवेन्द्र यादव ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। कार्यक्रम में महाविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी एवं भारी संख्या में छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।
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