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दांतों के कृत्रिम प्रत्यारोपण से मिली सृष्टि को नई मुस्कान, बढ़ा आत्मविश्वास


लखीमपुर खीरी। मेडिकल कॉलेज खीरी में हर दिन नई सेवाओं की शुरुआत हो रही है। त्वचा, हड्डी, नाक, कान, गला, प्लास्टिक सर्जरी, घुटना इंप्लांट जैसी कई जटिल सर्जरी की शुरुआत के साथ ही जिला चिकित्सालय संबद्ध मेडिकल कॉलेज में डेंटल इंप्लांट की शुरुआत भी हो गई है। मंगलवार को सीनियर रेजिडेंट डॉ इंद्रेश राजावत खंभार खेड़ा निवासी 25 वर्षीय सृष्टि जायसवाल पुत्री राजेश जायसवाल की सफल सर्जरी की गई है। जिसके बाद वह अब अपना जीवन बेहद सरल तरह से जी सकेगी। उसे खाने-पीने में किसी भी तरह की दिक्कतों का सामना अब नहीं करना पड़ेगा। 

सीएमएस डॉ आरके कोली ने जानकारी देते हुए बताया कि मेडिकल कॉलेज में हर दिन नई सेवाओं की शुरुआत प्रधानाचार्य डॉ वाणी गुप्ता की सफल संचालन में हो रही है। शरीर के अलग-अलग अंगों से संबंधित कई जटिल सर्जरी की शुरुआत पहले से हो चुकी है। मंगलवार को इसमें एक नया अध्याय जोड़ा जब मेडिकल कॉलेज के सीनियर रेजिडेंट डॉ इंद्रेश राजावत ने जबड़े की हड्डी में इम्प्लांट को प्रत्यारोपित किया। डॉ इंद्रेश राजावत ने इस संबंध में बताया कि यह प्रक्रिया स्थानीय संज्ञाहरण के तहत की जाती है। इम्प्लांट्स दिखने और महसूस करने में प्राकृतिक दांतों के समान होते हैं, चूंकि इम्प्लांट्स कृत्रिम होते हैं, इसलिए इनमें दांतों की सड़न का खतरा नहीं होता, हालांकि, सही स्वच्छता बनाए रखना महत्वपूर्ण है। यह दांतों के खो जाने से खोई गई चबाने की क्षमता को वापस लाता है। आस-पास के दांतों को स्थिर रखता है। यह आस-पास के दांतों को प्रभावित नहीं करता और उनकी अखंडता को बनाए रखता है। यह दीर्घकालिक समाधान है, उचित देखभाल के साथ, यह अन्य दंत उपचारों की तुलना में ज़्यादा समय तक चलता है। दंत प्रत्यारोपण में, टाइटेनियम नाम की धातु से बने स्क्रू को जबड़े की हड्डी में डाला जाता है। यह दांत की जड़ की तरह ही काम करता है। डेंटल इम्प्लांट सीधे आपके जबड़े की हड्डी में लगाए जाते हैं, बिल्कुल आपके प्राकृतिक दांतों की तरह, यह जबड़े की हड्डी को उत्तेजित करने और सिकुड़न को रोकने में मदद करता है। साथ ही उन्होंने बताया कि सृष्टि अभी अविवाहित थी और वह पहले अस्थाई इलाज करवा चुकी थी परंतु उसे आराम नहीं मिल रहा था। इस सर्जरी से उसके जीवन में बड़ा सुधार देखने को मिल रहा है। मेडिकल कॉलेज लखीमपुर खीरी में यह पहली सर्जरी है और अब खीरी जनपद सहित आसपास के क्षेत्र में रहने वाले ऐसे मरीज जिन्हें दांतों से संबंधित किसी भी तरह की समस्या है वह यहां पहुंचकर उसका उचित समाधान व इलाज का सकते हैं।

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