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कौन हैं एलिजाबेथ, गौरव गोगोई से शादी के बाद भी कैसे रहा पाकिस्तान से जुड़ाव


कॉन्ग्रेस सांसद गौरव गोगोई की ब्रिटिश पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न गोगोई के ISI से लिंक वाले आरोपों पर SIT जाँच हो सकती है। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने SIT जाँच को जरूरी बताया है। उन्होंने गोगोई के पत्नी के शादी के बाद भी पाकिस्तान जाने के सबूत होने का दावा किया है। इस बीच एलिजाबेथ कोलबर्न के पाकिस्तानी सुपरवाइजर पर नए खुलासे हुए हैं। गौरव गोगोई के पाकिस्तानी हाई कमिश्नर से मिलने को लेकर भी प्रश्न उठ रहे हैं।

CM सरमा ने क्या कहा?

असम सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने शनिवार (15 फरवरी, 2025) को कहा, “हमारे पास पक्की जानकारी है कि एलिजाबेथ गोगोई अपनी शादी के बाद भी पाकिस्तान गई हैं। वह सांसद के साथ गई थीं या अकेली, इन बातों की पुष्टि हो जाएगी। कई नई जानकारियाँ भी सामने आ रही हैं।”

उन्होंने कहा कि रविवार को होने वाली कैबिनेट बैठक में इस मामले की SIT जाँच के लिए चर्चा होगी। CM सरमा ने स्पष्ट किया है कि यह जाँच मात्र एलिजाबेथ कोलबर्न तक ही नहीं बल्कि उसने जुड़े लोगों और बाकी इकोसिस्टम को भी दायरे में लेकर की जाएगी।
उन्होंने कहा है कि जाँच के लिए एक केस दर्ज किया जाएगा, इसके बाद उनके पासपोर्ट और वीजा की जानकारी जुटाई जाएगी। उन्होंने इस बात पर भी चिंता जताई है कि क्या गौरव गोगोई के पिता तरुण गोगोई के मुख्यमंत्री रहते हुए ISI का मुख्यमंत्री दफ्तर तक दखल था। उन्होंने इसकी जाँच भी करवाने की बात कही है।
सीएम हिमंता बिस्वा ने गौरव गोगोई की पाकिस्तानी हाई कमिश्नर अब्दुल बासित से मुलाक़ात को लेकर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने उनकी पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न का एक पुराना ट्वीट दिखाया है, जिसमे वह इस्लामाबाद में होने सम्बन्धित बात लिख रही हैं।

कौन हैं एलिजाबेथ कोलबर्न?

गौरव गोगोई के ऊपर उठे विवाद के केंद्र में उनकी पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न गोगोई हैं। कोलबर्न और गौरव गोगोई की मुलाक़ात संयुक्त राष्ट्र सचिवालय में काम करने के दौरान 2010 में हुई थी। इसके बाद दोनों में प्रेम संबंध बन गया। 2013 में कोलबर्न और गोगोई का विवाह हो गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गौरव गोगोई के पिता और तब असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई इस विवाह के लिए पहले तैयार नहीं थे। हालाँकि, बाद में उन्होंने अपनी सहमति इसको लेकर दे दी थी। एलिजाबेथ लन्दन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स से पढ़ी हुई हैं और ज्यादातर करियर उनका NGO में काम करते हुए गुजरा है।
कोलबर्न वर्तमान में ऑक्सफ़ोर्ड पॉलिसी मैनेजमेंट संस्थान में काम करती हैं। यह संस्थान पर्यावरण को लेकर काम करता है। एलिजाबेथ कोलबर्न इससे पहले CDKN नाम के एक NGO में काम कर चुकी हैं। इस NGO में पाकिस्तानी हस्तक्षेप का आरोप है।

क्या हैं कोलबर्न पर आरोप?

एलिजाबेथ कोलबर्न की नागरिकता को लेकर सबसे पहले CM बिस्वा सरमा ने प्रश्न उठाए थे। उन्होंने पूछा था कि विवाह के 12 साल के बाद भी कोलबर्न के पास भारतीय नागरिकता क्यों नहीं और वह अपनी ब्रिटिश नागरिकता क्यों बनाए हुए हैं। विवाह के पहले और बाद भी जिन संगठनों के साथ कोलबर्न ने काम किया, उनको लेकर प्रश्न उठे हैं।

कोलबर्न 2011-15 के बीच क्लाइमेट एंड डेवलपमेंट नॉलेज नेटवर्क (CDKN) के लिए काम किया था। दावा है कि वह इस दौरान अधिकतर समय पाकिस्तान में रहीं। CDKN से ही जुड़े एक संगठन LEAD के लिए वह पाकिस्तान में काम करती थीं। उनके पाकिस्तान सरकार की एक टास्क फ़ोर्स में भी शामिल रहने का दावा किया गया है।
यह टास्क फ़ोर्स कथित तौर पर पाकिस्तान के लिए पैसा जुटाती थी। इसके ISI का एक मुखौटा होने का दावा है। इसी को लेकर उन पर ISI लिंक के आरोप लगाए गए हैं। पाकिस्तान और भारत में काम करने के दौरान कोलबर्न का सुपरवाइजर एक पाकिस्तानी अली तौकीर शेख था। उसका भारत विरोधी प्रोपेगेंडा भी अब सामने आया है।

CDKN के एक और संगठन ICLEI से जुड़े होने की बात सामने आई है। ICLEI को भारत विरोधी जॉर्ज सोरोस ने 2.1 मिलियन डॉलर (लगभग ₹17 करोड़) की धनराशि दी थी। इसके अलावा कोलबर्न के एक अमेरिकी सेंटर टॉम उडाल से भी जुड़े होने का आरोप लगाया गया है जो पाकिस्तान का हमदर्द रहा है।

सुपरवाइजर कर रहा था भारत को बदनाम

अली तौकीर शेख स्वयं को एक पर्यावरण और पानी से जुड़े मुद्दों का एक्सपर्ट बताता है। वह कई NGO के साथ काम कर चुका है। अब शेख के भारत विरोधी एजेंडा चलाने के सबूत सामने आए हैं। उसे अपने ट्विटर अकाउंट से भारत की गलत छवि विश्व के सामने पेश करने की कोशिश की थी।
एलिजाबेथ के साथ काम करने वाले शेख ने भारतीय मुस्लिमों की नागरिकता चले जाने उन्हें डिटेंशन सेंटर में भेजे जाने जैसी अफवाह फैलाई जाएँगी।

शेख ने लव जिहाद और तबलीगी जमात के मामलों पर भी जहर फैलाया था। उसने दिल्ली दंगों का मामला संसद में उठाने पर कॉन्ग्रेस सांसद गौरव गोगोई की तारीफ़ भी की थी। इसको लेकर उसने एक ट्वीट किया था। अली शेख इसके अलावा और भी कई भारत विरोधी ट्वीट कर चुका है।

उसने बांग्लादेशी घुसपैठियों के भारत में घुसने को समस्या मानने से इनकार किया था। उसने दावा किया था कि भाजपा इसे हिन्दू-मुस्लिम विवाद की तरह पेश कर रही है। अली तौकीर शेख ने लगातार असम से जुड़े मुद्दों पर सरकार या फिर भाजपा के खिलाफ ट्वीट किए थे। जबकि पाकिस्तानी नागरिक होने के चलते इसने उनका कोई सीधा सरोकार नहीं था।

गौरव गोगोई पर भी सवाल

एलिजाबेथ कोलबर्न के अलावा उनके पति गौरव गोगोई को भी CM हिमंता बिस्वा सरमा ने घेरा है। CM बिस्वा सरमा ने बताया था कि 2015 में पाकिस्तानी हाई कमिश्नर अब्दुल ने गौरव गोगोई को बुलाया था। गौरव गोगोई इस मुलाक़ात में अपने साथ 50-60 छात्रों को लेकर गए थे। CM सरमा ने पूछा है कि तब क्या गौरव गोगोई ने विदेश मंत्रालय से अनुमति ली थी।

CM सरमा ने एक ट्वीट में बताया है कि अब्दुल बासित से मुलाक़ात के कुछ ही दिनों बाद गौरव गोगोई ने भारत के कोस्ट गार्ड के विषय में कई प्रश्न पूछे थे। गौरव गोगोई ने पूछा था कि कोस्ट गार्ड कौन से नए राडार स्टेशन स्थापित कर रहा है और कौन सर्विलांस के साजोसामान खरीद रहा है। उन्होंने इसे सिर्फ एक संयोग मानने से इनकार किया है।
CM सरमा ने इन प्रश्नों की टाइमिंग को लेकर प्रश्न उठाए हैं। MP गौरव गोगोई के NGO के एक लेख में बांग्लादेशी घुसपैठियों पर दया दिखाने की बात कही गई थी। इसमें BSF पर मानवाधिकार उल्लंघन करने की बात कही गई थी। इसको लेकर भी प्रश्न उठे हैं।
वहीं लोकसभा में कॉन्ग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने इन सभी आरोपों को निराधार बताया है और कहा है कि वह ऐसे आरोपों पर कानूनी कार्रवाई करने वाले हैं। उन्होंने कहा था कि अगर उनकी पत्नी ISI एजेंट हैं तो वह स्वयं R&AW के एजेंट हैं।


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