देश में प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) की नई साजिश का खुलासा हुआ है। इसके तहत कट्टरपंथी संगठन NRC से बचने के लिए झारखंड की वनवासी लड़कियों से शादी कर रहे हैं। अपनी इसी साजिश को अमली जामा पहनाते हुए कट्टरपंथी संगठन ने प्रदेश में 10,000 एकड़ से भी अधिक जमीनों की खरीद की है। खुफिया विभाग ने इस पर चिंता जाहिर करते हुए पुलिस महानिदेशालय को अपनी रिपोर्ट भेजी है।
क्या है पूरा मामला
रिपोर्ट के अनुसार, खुफिया विभाग ने PFI की साजिश को लेकर एक रिपोर्ट बनाई है, जिसे राज्य के पुलिस महानिदेशालय को भेजा है। इसमें बताया गया है कि प्रतिबंधित संगठन ने बैन के बाद भी संथाल भूमि कहे जाने वाले पाकुड़, जामताड़ा, गोड्डा और साहेबगंज जिलों में तेजी से अपना विस्तार किया है। कट्टरपंथी तेजी से राजमहल, उधवा, बरहेट और तालझारी प्रखंड के अयोध्या, जोगोटोला, वृंदावन, बालूग्राम, करमटोला, महाराजपुर, तीन पहाड़ बाजार, जोंका, गंगटिया और पादरकोला जैसे गांवों में जमीनें खरीदी हैं।
कई गावों में तो हथियारों के दम पर इसने जबरदस्ती लोगों की जमीनों पर कब्जा भी कर लिया। धौंस दिखाकर औने-पौने दामों पर जमीनें खरीदी। इसके पीएफआई केवल अपने ही सदस्यों के जरिए वनवासी समुदाय के लोगों की जमीनों पर कब्जा कर रहा है, बल्कि बांग्लादेशी अवैध घुसपैठियों को झारखंड में जमीन मजबूत करने, चल और अचल संपत्तियों को खरीदने के लिए भी फंडिंग कर रहा है। हालांकि, इस मामले में झारखंड के पुलिस प्रवक्ता आरके मलिक का कहना है कि इस मामले में कुछ भी नहीं कह सकते।
आतंकियों के लिए रोडमैप तैयार कर रहा PFI
खुफिया विभाग की रिपोर्ट हड़कंप मचाने के लिए काफी है। ये राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से बेहद खतरनाक है। इंटेलीजेंस की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि PFI के सदस्य झारखंड में एक योजना के तहत वनवासी समुदाय की लड़कियों को फंसाकर शादी कर रहे हैं। ताकि वे आतंकियों को भारत के अन्य राज्यों तक सुरक्षित पहुंच बनाने के लिए एक गलियारा बना सकें। अब तक 12,000 से अधिक लड़कियों को फंसाकर पीएफआई के सदस्यों ने शादी कर ली। बता दें कि झारखंड में भी असम की ही तरह एनआरसी की मांग जोर पकड़ रही है, इससे पीएफआई में खलबली मची हुई है।
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