अब योगी सरकार के प्रयासों की जमकर हो रही तारीफ, ‘डिजिटल खोया-पाया केंद्र’ ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
प्रयागराज महाकुंभ 2025 अपनी दिव्यता और भव्यता के साथ संपन्न हो चुका है। 144 बाद हुए इस ऐतिहासिक धार्मिक आयोजन में भारत और चीन को छोड़ दें तो विश्व के सारे देशों की आबादी से अधिक 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। इस महा आयोजन में योगी सरकार की दूरदर्शिता और समर्पित प्रयासों की वजह से अपने प्रियजनों से बिछड़े 54,357 लोग दोबारा मिले।
अपने प्रियजनों से बिछड़ने वालों में सबसे अधिक महिलाएँ थीं। पुलिस ने भारत और नेपाल के विभिन्न राज्यों से आए श्रद्धालुओं को उनके परिवारों से मिलाने में भी अहम भूमिका निभाई। इसमें योगी सरकार की ’डिजिटल खोया-पाया केंद्र’ की स्थापना भी एक प्रमुख उपलब्धि थी। इस केंद्र के माध्यम से 35,000 से अधिक बिछड़े श्रद्धालु अपने परिवारों से शीघ्रता से मिल गए।
मकर संक्रांति (13-15 जनवरी) पर अमृत स्नान पर्व के दौरान 598 लोग अपनों से मिले। मौनी अमावस्या (28-30 जनवरी) के दौरान 8,725 लोग और बसंत पंचमी (2-4 फरवरी) के दौरान 864 बिछड़े श्रद्धालु अपने प्रियजनों से फिर जुड़े। अन्य स्नान पर्वों और नियमित दिनों के दौरान बिछड़े 24,896 लोगों को उनके परिवार से फिर से मिलाया गया। इनकी 35,083 रही।
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