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शफी सीतापुरी को मिला अंतरराष्ट्रीय अवार्ड

   
लखीमपुर : जिले में उर्दू अदब के चाहने वालों के लिए खुशी की बात है। सुप्रसिद्ध शायर इस्लामिया इंटर कालेज में प्रवक्ता के पद पर कार्यरत डा.मो.शफी सीतापुरी को ग्लोबल राइटर्स एसोसिएशन इटली की ओर से इफ्तिखार -ए- अदब यानी साहित्य गौरव सम्मान दिया गया है।

जिसका प्रमाण पत्र भी उन्हें आन लाइन प्राप्त हो चुका है। मालूम हो कि अब तक डा.मो.शफी सीतापुरी की कुल 10 किताबें जिनमे गीत,गजल, नज़्म हास्य, हम्द,नात,रुबाइयां,सोनेट, हाइकू आदि विधाएं शामिल हैं। इतना ही नहीं 1278 शेर लिख कर अब तक सबसे लंबी गजल के लिए वे इंडिया बुक आफ रिकार्ड तथा एशिया बुक आफ रिकार्ड में अपना नाम भी दर्ज करा चुके हैं।

लगभग 60 वर्षीय डा.मो.शफी सीतापुरी अपनी शायरी के लिए जाने जाते हैं, कई मंचों पर सम्मान पा चुके डा.मो.शफी सीतापुरी के सम्मान में जूम पर "कमाले एतराफ - ए- फन डा.मो शफी सीतापुरी" के नाम से फरवरी में अंतर्राष्ट्रीय मुशायरा भी हुआ था, जिसमें यूरोपीय देशों के कई शायरों ने उनकी शायरी की भी समीक्षा की थी। 

पुरस्कार पाकर अभिभूत डा.मो. शफी सीतापुरी से पूछने पर उन्होंने बताया किग्लोबल राइटर्स एसोसिएशन इटली ने जनवरी में इस अवार्ड के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू किए थे। जिसमें विभिन्न देशों के लगभग साढ़े तीन हजार रजिस्ट्रेशन हुए थे। कमेटी ने इसमें अवार्ड के छह वर्ग तय किए थे। जिसके लिए नौ सदस्यीय कमेटी बनाई गई थी। जिनमे अमेरिका, कनाडा, भारत तथा पाकिस्तान के नामवर उर्दू साहित्यकार शामिल थे।ग्लोबल राइटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष नवाज गुलियाना इटली के साथ मुख्य संरक्षक पाकिस्तान की जैबुन्निसा जैबी उर्दू ही नहीं बल्कि सिन्धी पंजाबी, इंग्लिश आदि भाषाओं में महारत रखती हैं। जो कि सौ से ज्यादा किताबें लिख चुकी हैं। डा.मो.शफी सीतापुरी ने बताया कि इटली के इस संगठन की नौ सदस्यीय कमेटी ने उनके लिए अवार्ड तय किया था,जिसका प्रमाण पत्र भी उन्हें मिल चुका है। इससे उनके चाहने वालों में भी खुशी की लहर है। 

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