प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 फरवरी को अपने अमेरिकी दौरे के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी और भारत-अमेरिकी संबंधों के अलावा रूस-यूक्रेन युद्ध रोकने पर भी दोनों नेताओं के बीच चर्चा हुई थी. ट्रंप और पुतिन की संभावित मुलाकात को लेकर भी तैयारियां चल रही है. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी के विक्ट्री डे परेड में शामिल होने की खबर से वैश्विक राजनीति में काफी हलचल देखने को मिल रही है।
* पीएम नरेंद्र मोदी 9 मई को मॉस्को आ सकते हैं.
* मोदी-ट्रंप-पुतिन-जिनपिंग की मुलाकात संभव है.
* इस खास दिन पर पूरी दुनिया की निगाहें रूस पर टिकी हैं.
* ऐसे में अगर डोनाल्ड ट्रंप रूस आते हैं तो इसका असर रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी देखने को मिलेगा.
* इसके अलावा इसका असर मिडिल ईस्ट पर भी पड़ेगा.
पीएम मोदी मॉस्को के रेड स्कवायर पर आयोजित होने वाली 80वीं ग्रेट पैट्रियोटिक वॉर परेड में बतौर अतिथि शामिल होंगे। इस परेड में भारतीय सेना का एक दल भी शामिल हो सकता है।
■ पीएम मोदी के अलावा कई अन्य देशों के राष्ट्र प्रमुख भी ग्रेट पैट्रियोटिक वॉर परेड में बतौर अतिथि शामिल हो सकते हैं।
■ द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान रूस और नाजी जर्मनी के बीच लड़े गए युद्ध को ग्रेट पैट्रियोटिक वॉर (महान देशभक्ति युद्ध) के नाम से जाना जाता है। यह युद्ध 22 जून 1941 से 9 मई 1945 तक चला था। यह मानव इतिहास के सबसे बड़े और खूनी युद्धों में से एक माना जाता है।
■ जर्मनी की हार के साथ इस युद्ध की समाप्ति हुई थी। इस युद्ध के बाद रूस दुनिया की बड़ी सैन्य शक्ति के रूप में उभरा और इस युद्ध में जर्मनी के सहयोगी देशों रोमानिया और हंगरी को आत्मसमर्पण करना पड़ा था।
■ पीएम मोदी ने बीते साल अक्तूबर में भी रूस का दौरा किया था। उस वक्त वे रूस की अध्यक्षता में हुए 16वें ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल हुए थे। यह आयोजन रूस के कजान में किया गया था।
पीएम मोदी अगर मई में रूस जाते हैं तो उनका ये दौरा ऐसे समय होगा, जब रूस और यूक्रेन के बीच युद्धविराम को लेकर बातचीत हो रही है। दोनों देशों के बीच पहले चरण की वार्ता इसी महीने सऊदी अरब के शहर रियाद में हुई है। पीएम मोदी ने पहले ही रूस और यूक्रेन के बीच शांति की अपील की थी।🔰
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