लखीमपुर खीरी 14 जनवरी। जिला प्रशासन के तत्वावधान में उत्साह, उल्लास, उमंग से जिले में "सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस" मनाया गया। जिला सैनिक कल्याण पुनर्वास दफ्तर में आयोजित कार्यक्रम में डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने जिला सैनिक कल्याण पुनर्वास अधिकारी विंग कमांडर धनंजय प्रसाद संग वीरनारी शांति रावत और शहीद आश्रित नवाब अली को स्मृति चिन्ह एवं शाल भेंट कर सम्मानित किया। इससे पूर्व शहीद स्मारक पर डीएम ने देश की सुरक्षा की खातिर शहीद हुए कारगिल शहीदों को पुष्प चढ़ाकर नमन किया।
डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने भारतीय सशस्त्र बल वेटरन दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप सभी पूर्व सैनिक देश के लिए प्रेरणा हैं। पूरे देश को आप पर गर्व है।"
उन्होंने भारतीय सशस्त्र बल सैनिकों के राष्ट्र निर्माण व इसकी रक्षा में उनके अमूल्य योगदान को विस्तार से रेखांकित किया। देश के लिए अपना सब कुछ न्योछावर करने वाले वीर योद्धाओं की वीरांगनाओं को देखकर मन में वीरता और गर्व की अनुभूति हो रही है। वीरांगनाओं का राष्ट्र निर्माण के लिए जो समर्पण है, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।
डीएम ने कहा कि पूर्व सैनिक दिवस 14 जनवरी, 2017 से मनाया जा रहा है। यह दिन सेवानिवृत्त, सेवारतजनों, देश के बीच सौहार्द सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उन नायकों को प्रतिबिंबित करने, स्मरण करने तथा उनका सम्मान करने के लिए समर्पित है, जिन्होंने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है और निस्वार्थ भाव से देश की सेवा की है।
जिला सैनिक कल्याण पुनर्वास अधिकारी विंग कमांडर धनंजय प्रसाद ने बताया कि भारतीय सेना के पहले कमांडर-इन-चीफ फील्ड मार्शल केएम करियप्पा ओबीई वर्ष 1953 में इसी दिन सेवानिवृत्त हुए थे। उनके द्वारा प्रदान की सेवाओं का स्मरण करने, उन्हें सम्मान देने के उद्देश्य से पूर्व सैनिक दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य भूतपूर्व सैनिकों की राष्ट्र के प्रति निस्वार्थ सेवा और उनके बलिदान के सम्मान के प्रतीक के रूप में हमारे बहादुर सिपाहियों के परिजनों (एनओके) तथा भूतपूर्व सैनिकों के कल्याण के प्रति वचनबद्धता एवं एकजुटता को मजबूत करना है।
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