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पाली: 48 घंटे तक धधकी आग, 13 दिन पहले ही हुआ था दुकान का उद्घाटन, करोड़ों का सामन जलकर राख




✍️सूरत के शिवशक्ति मार्केट में 48 घंटे तक धधकी आग ने पाली के कई व्यापारियों के घरों में अंधियारा कर दिया। पाली छोड़कर सूरत में मेहनत कर जो पाई-पाई जोड़ी थी। वह राख में तब्दील हो गई। उन व्यापारियों के चेहरों पर अब केवल चिंता और मायूसी झलक रही है।

वहां व्यापार करने वाले पालीवासियों का कहना है कि आग इतनी भीषण थी कि प्रतिष्ठानों के पूजा घरों में रखी धातु की सामग्री भी पिघल गई। जिन दुकानों में आग नहीं लगी। उनमें आग बुझाने के लिए डाले गए पानी व धुएं के कारण साड़ियां और अन्य कपड़ा खराब हो गया। अब व्यापारियों की यह पीड़ा है कि बाजार को प्रशासन की ओर से बंद कर प्रवेश वर्जित करने से उनको यह भी पता नहीं लग रहा, कुछ बचा है या नहीं। व्यापारियों के अनुसार करीब 500 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।

*13 दिन पहले किया था दुकान का उद्घाटन:*
पड़ासला के प्रवीण परिहारिया व हेमावास के दलपत गहलोत की दुकान जल गई। उसमें करीब 25 हजार साड़ी का स्टॉक जल गया। गहलोत ने बताया कि 13 फरवरी को उन्होंने मार्केट में नई दुकान का उद्घाटन किया था। उसमें भी करीब 7 हजार साड़ियों का स्टॉक था। वह पूरा खत्म हो गया। बाजार जलने के कारण पूरी तरह से टूट गए हैं।

*जवाब देने वाला कोई नहीं:*
उस मार्केट में बींजवाड़िया गांव के रहने वाले लक्ष्मणराम पंवार की दो दुकान पूरी जल गई। उन्होंने बताया कि अब हालात यह है कि वहां पर कोई जवाब नहीं दे रहा है। अंदर भी नहीं जाने दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि मार्केट में पाली व जोधपुर के रहने वालों की करीब 150 से 200 दुकानें होंगी। सूरत में रहने वाले पाली के अनिल समदड़िया ने बताया कि आग से पालीवालों का बहुत नुकसान हुआ है।

*तीन भाई, सभी की दुकानें जलीं:*
सोजत के रूपावास गांव के कानाराम भाटी, हेमाराम भाटी व ओमप्रकाश भाटी की 8 दुकान जल गई। इनमें से पांच दुकानें उनकी खरीदी हुई थीं। जबकि तीन दुकान किराए पर थी। सूरत में 1990 से व्यापार कर रहे भाटी ने बताया कि इतने साल की मेहनत पर पानी फिर गया। पूरा बाजार खत्म हो गया है। जीवन की पूरी कमाई चली गई।🔰


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